Importance of Digital Literacy डिजिटल साक्षरता का महत्व।

Importance of Digital Literacy -आधुनिक युग में डिजिटल साक्षरता एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है। यह एक व्यक्ति की क्षमता और योग्यता है जो उन्हें डिजिटल तकनीकों का उपयोग करने में सक्षम बनाती है। डिजिटल साक्षरता न केवल व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देती है।

डिजिटल साक्षरता को बढ़ाने के लिए भारत सरकार ने कई पहल शुरू की हैं। इसका मुख्य उद्देश्य है भारतीय जनता को डिजिटल तकनीकों के साथ अवगत कराना और उन्हें इसके लाभों से जोड़ना। इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों में अधिक डिजिटली समर्पित उपक्रम चलाए जा रहे हैं।

 

Importance of Digital Literacy (शिक्षा में इंटरनेट की भूमिका)

शिक्षा में इंटरनेट का उपयोग डिजिटल साक्षरता को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण साधन है। इंटरनेट के माध्यम से छात्रों को विभिन्न ज्ञान स्रोतों तक पहुंच मिलती है और वे अपनी शिक्षा में सुधार कर सकते हैं। इंटरनेट के माध्यम से छात्रों को अधिक संसाधनों का उपयोग करने की सुविधा मिलती है जो उनकी सृजनशीलता और नवाचार को बढ़ाती है।

इंटरनेट के माध्यम से छात्रों को विभिन्न विषयों पर वीडियो, ऑडियो, और अन्य संसाधनों के साथ अधिक संपर्क मिलता है। यह उन्हें अधिक समझने और अध्ययन करने की सुविधा प्रदान करता है। इंटरनेट के माध्यम से छात्रों को विभिन्न शैक्षणिक वीडियो, ऑनलाइन कक्षाएं और अन्य संसाधनों का उपयोग करके उनकी पढ़ाई में रुचि और उत्साह बढ़ाता है।

Importance of Digital Literacy (भारत में इंटरनेट के लाभ)

भारत में इंटरनेट की उपलब्धता के साथ कई चुनौतियाँ भी हैं। लेकिन इंटरनेट के लाभ भी अनगिनत हैं। इंटरनेट के माध्यम से लोग आजकल खरीदारी, बैंकिंग, ट्रेन और फ्लाइट बुकिंग, सरकारी सेवाएं, और अन्य विभिन्न सेवाओं का उपयोग कर सकते हैं। इंटरनेट के माध्यम से लोग अपने खाते और व्यापार को ऑनलाइन प्रबंधित कर सकते हैं जो समय और श्रम की बचत करता है।

इंटरनेट के माध्यम से लोग आजकल विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी अपनी भागीदारी बढ़ा सकते हैं। इंटरनेट के माध्यम से लोग सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और उनके लिए आवेदन कर सकते हैं। इंटरनेट के माध्यम से लोग अपनी समस्याओं का समाधान ढूंढ़ सकते हैं और आपसी मदद के लिए समुदाय के साथ जुड़ सकते हैं।

भारत में इंटरनेट की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए सरकार ने कई उपाय अपनाए हैं। डिजिटल इंडिया अभियान, जन धन योजना, इ-विद्यालय, और अन्य योजनाएं भारतीय जनता को इंटरनेट के लाभों से जोड़ने का प्रयास कर रही हैं। इन योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में भी इंटरनेट की उपलब्धता को बढ़ाया जा रहा है ताकि वहां के लोग भी इसके लाभों का उपयोग कर सकें।

डिजिटल साक्षरता भारतीय समाज के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो उन्हें आधुनिक युग में सफलता की ओर ले जाता है। डिजिटल साक्षरता को बढ़ाने के लिए सभी स्तरों पर सहयोग की जरूरत है और भारत सरकार के द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं से यह संभव हो रहा है।

Importance of Digital Literacy(भारत की डिजिटल साक्षरता के प्रयास)

भारतनेट परियोजना का पहला नाम ओएफसी नेटवर्क था (Optical Fiber Communication Network)।

यह परियोजना राज्यों और निजी क्षेत्रों की भागीदारी से ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में लोगों और संस्थानों को सुलभ ब्रॉड बैंड सेवाएँ प्रदान करना है।
भारतनेट परियोजना का उद्देश्य था कि 2.5 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों को किफायती दरों पर हाईस्पीड ब्रॉडबैंड उपलब्ध कराया जाए। इसके तहत ब्रॉडबैंड की गति 2 से 20 मेगाबाइट प्रति सेकंड तक निर्धारित की गई थी।
यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड (Universal Service Obligation Fund) ने इस परियोजना को खर्च किया।
इसके परिणामस्वरूप स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों और कौशल विकास केंद्रों को इंटरनेट कनेक्शन मुफ्त दिया गया।
राष्ट्रीय डिजिटल साक्षरता मिशन (NDLM) का उद्देश्य है कि वर्ष 2020 तक भारत के हर घर में कम-से-कम एक व्यक्ति को डिजिटल साक्षर बनाया जाए।
तकनीकी रूप से निरक्षर वयस्कों की मदद करना है ताकि वे तेजी से डिजिटल होती दुनिया में अपना स्थान खोज सकें।

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आधुनिक युग में डिजिटल तकनीक का महत्व तेजी से बढ़ता जा रहा है। अब लगभग सभी क्षेत्रों में डिजिटल तकनीक का उपयोग किया जाना शुरू हो गया है। इसी तरह, डिजिटल लिटरेसी या डिजिटल शिक्षा भी बहुत जरुरी हो गया है। यह न केवल उत्पादकता बढ़ाता है बल्कि लोगों को आधुनिक दुनिया के साथ कनेक्ट रखने में भी मदद करता है।

डिजिटल लिटरेसी के अंतर्गत, व्यक्ति को संचार के विभिन्न माध्यमों का उपयोग करना सिखाया जाता है। इसके लिए डिजिटल साधनों, उपकरणों और तकनीकों का ज्ञान आवश्यक होता है। डिजिटल लिटरेसी व्यक्ति को संचार के विभिन्न माध्यमों के जरिए विविध सूचनाओं तक पहुंचने में सक्षम बनाती है।आजकल, डिजिटल लिटरेसी बहुत ही जरुरी हो गया है। यह उत्पादकता बढ़ाने के साथ-साथ नई सोच, नए विचार और नए आदर्शों का संचार करने का एक बहुत अच्छा माध्यम है। इससे लोग अपनी समस्याओं का समाधान भी ढूंढ सकते हैं

आज की दुनिया डिजिटल दुनिया है और इस दुनिया में डिजिटल लिटरेसी का महत्व बहुत ज्यादा हो गया है। डिजिटल लिटरेसी से तात्पर्य व्यक्ति के पास उन सभी तकनीकी कौशलों से है जो डिजिटल दुनिया में आवश्यक होते हैं। डिजिटल लिटरेसी की आवश्यकता आज उन सभी लोगों के लिए है जो डिजिटल तकनीकों का उपयोग करते हैं, जैसे कि कंप्यूटर, स्मार्टफोन, लैपटॉप आदि।

डिजिटल लिटरेसी का महत्व वर्तमान समय में बहुत ज्यादा हो गया है। अधिकांश काम अब डिजिटल तकनीकों के माध्यम से होते हैं। बैंकिंग, ऑनलाइन शॉपिंग, ई-टिकटिंग, ई-मेल आदि सभी काम डिजिटल तकनीकों के माध्यम से होते हैं। इसलिए, डिजिटल लिटरेसी हर व्यक्ति के लिए आवश्यक हो गई है। यदि आप डिजिटल लिटरेसी के बारे में नहीं जानते हैं, तो आप इस डिजिटल दुनिया में कमजोर हो जाएंगे।

आजकल डिजिटल लिटरेसी एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। जबसे इंटरनेट, सोशल मीडिया, स्मार्टफोन और कंप्यूटर जैसी टेक्नोलॉजी सामान्य जनता के लिए उपलब्ध हुई है, डिजिटल लिटरेसी की आवश्यकता और महत्व बढ़ गया है। यह लिटरेसी न केवल इंटरनेट या कंप्यूटर का इस्तेमाल करने में सक्षम होने से बनती है, बल्कि यह इंटरनेट और सोशल मीडिया का इस्तेमाल सही तरीके से करने और सुरक्षित रहने के लिए जरूरी है।

मुफ्त डिजिटल साक्षरता प्रधान मंत्री ग्रामीण डिजिटल साक्षरता मिशन नाम से भारत सरकार की योजना चल रही है जिसमें 14 वर्ष की उम्र से 60 वर्ष तक की उम्र के ब्यक्तियो के लिए फ्री कम्पूटर,मोबाइल, व दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली तकनिकी जानकारी उपलब्ध की जा रही है और प्रमाण पत्र ( सर्टिफिकेट ) भी प्रदान किये जा रहे है

 

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